राजेश ने बताया कि मैं सन 2011 से सोनाली जी को जानता हूं. जैसे ही आदमपुर में उन्हें टिकट मिली, तब जो भी लीगल वर्क था, वह मैंने किया था. यह सारी प्रॉपर्टी हिसार की है, जिसमें सुधीर ने एक कंपनी बनाई थी और उसके नाम पर लीज करवाना चाहता था. जो हिसार से बाहर की प्रॉपर्टी है, उसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है.
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